फिर इसके बाद थोड़ा सा मुक़द्दर तलाश कर जिस मोहब्बत को देख के दुनिया को रश्क आये, कभी टूटा नहीं दिल से तेरी याद का रिश्ता, माँगा तो सिसकियों की भी हद से गुजर गये। न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए उसे शक है की हम https://hindishayri.godaddysites.com/f/shayari-in-hindi---%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%B0%E0%A5%80