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5 Simple Techniques For matangi

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रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय  हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा इस यंत्र को चमेली के फूल के रस और आपके दूध को आपस में मिलाकर भोजपत्र पर लिखें https://vashikaran42064.laowaiblog.com/33566060/indicators-on-free-vashikaran-you-should-know

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